माँ के जैसा कोई और नहीं

  • Maa Ke Jaisa Koi Aur Nahin

सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः,
नमस्तस्यै नमो नमः॥

कहते हैं माँ के जैसा जग में, कोई है कहाँ ,
अर्ज सुनो मैया तुम मेरी, आयी हो यहाँ,
धीर धरम तो मेरी पूजा, तेरे सिवा कोई और न दूजा,
तू हीं है मेरा संसार माँ,
दुनिया है मेरी तू मेरा जहां, तेरे जैसा नहीं कोई और यहाँ,
तेरे चरणों में है सुख चैन मेरा, तेरे जैसा नहीं कोई और है माँ।

माँ आओ…
माँ आओ…
माँ आओ…

आस लगा के पास तुम्हारे, आयी हूँ भवन में,
दर्द हमारे दूर करो, मैया जो है मन में,
हो ओ ओ…
आस लगा के पास तुम्हारे, आयी हूँ भवन में,
दर्द हमारे दूर करो, मैया जो है मन में,
मेरे लिये महासरस्वती तू,
लक्ष्मी है, महाकाली है तू,
तू हीं है वैष्णो रानी माँ,
जग देख लिया सब झूठ यहाँ, तेरे जैसा नहीं कोई और है माँ,
तेरे चरणों में है सुख चैन मेरा, तेरे जैसा नहीं कोई और है माँ,
दुनिया है मेरी तू मेरा जहां, तेरे जैसा नहीं कोई और है माँ।

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मन में तुम्हारी मूरत को, मैया जो मैं सजाऊँ,
दूर हुये दुःख मन के वो सारे, तेरे गुण गाउँ,

हो ओ ओ ओ…
मन में तुम्हारी मूरत को, मैया जो मैं सजाऊँ,
दूर हुये दुःख मन के वो सारे, तेरे गुण गाउँ,
चरण तुम्हारे दुनिया मेरी, मैं बालक तू माँ है मेरी,
तू हीं है शेरावाली माँ,
जग देख लिया सब झूठ यहाँ, तेरे जैसा नहीं कोई और यहाँ ,
तेरे चरणों में है सुख चैन मेरा, तेरे जैसा नहीं कोई और यहाँ,
दुनिया है मेरी तू मेरा जहां , तेरे जैसा नहीं कोई और यहाँ।


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