कोतवाल काशी के भैरव नाथ हमारे

  • kotwal Kashi Ke Bhairav Nath Hamare

बोलो भैरव बाबा की.. जय !
आई जयंती भैरव की, जय हो भैरव बाबा की।

कोतवाल काशी के भैरव नाथ हमारे,
ये रूद्र रूप शिव के काल भैरव हमारे,
कोतवाल काशी के भैरव नाथ हमारे,
काले कुकर की करे सवारी गल रुण्ड माला धारे-०२
हाथ में दंड विराजे इनके दुष्टों को संघारे,
कोतवाल जय हो, कोतवाल जय हो,
कोतवाल काशी के भैरव नाथ हमारे-०२
बोलो भैरव नाथ की.. जय !

एक बार जम कर ब्रह्मा जी शिव की हंसी उड़ाए,
बोलो भैरव नाथ की.. जय !
शिव ने रूप धरा भैरव का ब्रह्मा का शीश उड़ाए,
क्रोध कर ब्रह्मा का पांचवां-०२
पांचवां शीश उतारे
कोतवाल जय हो, कोतवाल जय हो,
कोतवाल काशी के भैरव नाथ हमारे-०२

आ, आ,आ…….
आई जयंती भैरव की, जय हो भैरव बाबा की ।

हो ब्रह्म हत्या का पाप लगा तो भैरव जी घबराये,
बोलो भैरव नाथ की.. जय !
शिव की आज्ञा से चल कर के काशी नगरी आये,
काशी नगरी में आ कर के-०२
ब्रह्म हत्या का पाप उतारे,
कोतवाल जय हो, कोतवाल जय हो,
कोतवाल काशी के भैरव नाथ हमारे-०२
बोलो भैरव नाथ की.. जय !

भक्तों के संकट हरने ये जगह जगह पर आये,
बोलो भैरव नाथ की.. जय !
कहीं पे बाबा बटुक नाथ उज्जैन में भैरव कहाये,
भोग ले मदिरा का भक्तों से-०२
भक्तों का कष्ट निवारे ,
कोतवाल जय हो, कोतवाल जय हो,
कोतवाल काशी के भैरव नाथ हमारे-०२

और यह भी देखें : घर में पधारो भोले बाबा

आ, आ,आ…….
आई जयंती भैरव की, जय हो भैरव बाबा की।

आई जयंती भैरव बाबा की भक्तों करलो पूजा,
बोलो भैरव नाथ की.. जय !
भेरो बाबा सा और नहीं कोई इस दुनिया में दूजा,
प्रेम से करके पूजा गिरी तू-०२
मत घबराओ प्यारे,
कोतवाल जय हो, कोतवाल जय हो,
कोतवाल काशी के भैरव नाथ हमारे-०२
काले कुकर की करे सवारी गल रुण्ड माला धारे-०२
हाथ में दंड विराजे इनके दुष्टों को संघारे,
कोतवाल जय हो, कोतवाल जय हो,
कोतवाल काशी के भैरव बाबा हमारे,
कोतवाल काशी के भैरव नाथ हमारे,
बोलो भैरव नाथ की.. जय !



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