मेरे हाथों में तु खीँच दे लकीर ऐसी माँ
मेरे हाथों में तु खीँच दे लकीर ऐसी माँ
सोई हौई जगा दे, तक़दीर मेरी माँ
मेरे हाथों में तु खीँच दे लकीर ऐसी माँ
उचे पहड़ो पे,चडके मैं आऊंगा
तुझको मैं लाल लाल,चुनरिया चारुगा
बस मियाँ मोह की तोड़ दे, ज़ंजीर मेरी माँ
सोई होई जगा दे, तक़दीर मेरी माँ
मेरे हाथों में तु खीँच दे लकीर ऐसी माँ
माँ बेटे का मियाँ,रिश्ता अत्तुत है
सचा दरबार तेरा,बाकी सब झूठ है
तेरे दर पे आते है राजा,फ़क़ीर मेरी माँ
सोई होऊ जगह दे, तक़दीर मेरी माँ
मेरे हाथों में तु खीँच दे लकीर ऐसी माँ