नव दिन बर आए ओ
माटी माटी म गड़ना करके नव दुर्गा ल बनाए ओ……
आनि बानी के रंग रोगन म मईया तोला सजाएँ ओ……
माटी माटी म गड़ना करके नव दुर्गा ल बनाए ओ……
आनि बानी के रंग रोगन म मईया तोला सजाएँ ओ……
लुगरा पहिराएँ ओ……
पहुना बरोबर दाई हे दुर्गा हे महामाई
नव दिन बर आए ओ…
नव दिन बर आए ओ…
पहुना बरोबर दाई हे दुर्गा हे महामाई
नव दिन बर आए ओ…
अब के जवईया दुर्गा दाई अउ कब तें हर आबे ओ……
रास्ता देखत बईठे कोसरिया झन तैं हर भूलबे ओ……
अब के जवईया दुर्गा दाई अउ कब तें हर आबे ओ……
रास्ता देखत बईठे कोसरिया झन तैं हर भूलबे ओ……
सुरता लमाबे ओ…….
पहुना बरोबर दाई हे दुर्गा हे महामाई
नव दिन बर आए ओ…
नव दिन बर आए ओ…
पहुना बरोबर दाई हे दुर्गा हे महामाई
नव दिन बर आए ओ…
पहुना बरोबर दाई हे दुर्गा हे महामाई
नव दिन बर आए ओ…
पहुना बरोबर दाई हे दुर्गा हे महामाई
नव दिन बर आए ओ…
पहुना बरोबर दाई हे दुर्गा हे महामाई
नव दिन बर आए ओ…