आज मंगलवार है सजा तेरा दरबार है आजा शेरावालिये माँ तेरा इन्जार है
आज मंगलवार है सजा तेरा दरबार है
आजा शेरावालिये माँ तेरा इन्जार है
दुरो दुरो संगता आईया माँ नु इस्नान कराने नु
इस्नान कराले माँ चरनी लगाले माँ
आजा शेरावालिये माँ तेरा इन्जार है
आज……..
दुरो दुरो संगता आईया माँ नु तिलक लगाने नु
तिलक लगाले माँ चरनी लगाले माँ
आजा शेरावालिये माँ तेरा इन्जार है
आज…….
दुरो दुरो संगता आईया माँ नु ज्योत जगाने नु
ज्योत जगाले माँ चरनी लगाले माँ
आजा शेरावालिये माँ तेरा इन्जार है
आज……….
दुरो दुरो संगता आईया माँ नु भोग लगाने नु
भोग लगाले माँ चरनी लगाले माँ
आजा शेरावालिये माँ तेरा इन्जार है
आज……..
