माँ साँडे वेहड़े आ गई मैं रज रज दर्शन पावां
माँ साँडे वेहड़े आ गई
मैं रज्ज रज्ज दर्शन पावां।
मैं रज्ज रज्ज दर्शन पावां
मैं रज्ज रज्ज दर्शन पावां।
माँ साँडे वेहड़े आ गई…
मैं सुन्या माँ चिंतपूर्णी आई।
माँ चिंता हरनी आ गई
मैं माँ नूं हाल सुनावां।
माँ साँडे वेहड़े आ गई…
मैं सुन्या माँ नैणां देवी आई।
माँ नैणां विच समा गई
मैं रज्ज रज्ज दर्शन पावां।
माँ साँडे वेहड़े आ गई…
मैं सुन्या माँ ज्वाला रानी आई।
माँ सोहणी जोत जगा गई
मैं चरणी सीस झुकावां।
माँ साँडे वेहड़े आ गई…
मैं सुन्या माँ भव तो तारदी।
मेरा बेड़ा पार लगा गई
मैं रज्ज रज्ज शुकर मनावां।
माँ साँडे वेहड़े आ गई…
मैं सुन्या माँ झोलियाँ भरदी।
अज मैं वी झोली फैला लई
मैं झोली भर के जावां।
माँ साँडे वेहड़े आ गई…
मैं सुन्या माँ दुखड़े हरदी।
माँ दुखड़े हरने आ गई
मैं रज्ज रज्ज दुखड़े सुनावां।
माँ साँडे वेहड़े आ गई…