ॐ जय विश्वकर्मा आदि ना अंत तुम्हारा तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
ॐ जय विश्वकर्मा जय विश्वकर्मा
आदि ना अंत तुम्हारा
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
धरती जल अग्नि वायु में
तन आमबर तक विषतरा
ॐ जय विश्वकर्मा जय विश्वकर्मा
आदि ना अंत तुम्हारा
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
अखिल विश्वा के तुम करता हो
अडिनरायण तुम हो
अचल अखंड आदि गुरु हो
सच्चिड़ा नंद प्रभु हो
प्रभु तुम हो जहा रहता है
वाहा उजियारा ही उजियारा
ॐ जय विश्वकर्मा जय विश्वकर्मा
श्रीष्टि के आधारा
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
स्वर्ण सींहशण रूप चतुर भुज
सुंदर रूप धरे हो
हंस सवारी पाँच तटवा संग
सर्वा कला से भरे हो
सौभाग्या मिला प्रभु चरणन का
गुण गान करे जाग सारा
ॐ जय विश्वकर्मा जय विश्वकर्मा
आदि ना अंत तुम्हारा
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
जगत पिता मेरे इष्ता देवता मेरे
सर्वा आधार तुम्ही हो
ब्रह्मा विष्णु महेश तुम्ही
प्रभु पर ब्रह्मा तेज़ तुम्ही हो
सबके हरदे में वास करे
प्रभु दिव्या रूप तुम्हरा
ॐ जय विश्वकर्मा जय विश्वकर्मा
श्रीष्टि के आधारा
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा
हंस सवारी पाँच तटवा संग
सर्वा कला से अरे हो
सौभाग्या मिला प्रभु चरणं का
गुण गान करे जाग सारा
जय जय श्री विश्वकर्मा
जय जय श्री विश्वकर्मा
ॐ जय विश्वकर्मा जय विश्वकर्मा
आदि ना अंत तुम्हारा
तुम्हे श्रद्धा नमन हमारा