चलो दरस बर जाबो डोंगरगढ़ बमलाई के
चलो दरस बर जाबो डोंगरगढ़ बमलाई के,
पान फूल अउ नरियर दरके,
बंदन चंदन फूल दशमतके,
आरती करबो घीव अउ कपुरके,
पबो आशीष ल मन भरके,
माथ ल अपन नवाई के,
डोंगरगढ़ बमलाई के…….
डोंगरगढ़ तोर धाम कहाये,
कबले बिराजे कोन बताये,
लाल ध्वजा उहा तोर लहराये,
जम्मो भगत तोर गुन ल गाये,
मोहमाया ल भुलाई के,
डोंगरगढ़ बमलाई के……
आये हवन तोर सरन म दाई,
जगके आस तोर चरन हे माई,
बगुला मुखी जय जय बमलाई,
केइसे करव मै तोर बड़ाई,
हिन्दू जस ला गाईके,
डोंगरगढ़ बमलाई के……
चैत कुँवर में मेला भराये,
नर नारी सब जुर मिल आये,
दुःख पीरा ल तैहा मेटाये,
तोर महिमा हा जग छाये,
शेखर तोला सोरियाईके,
डोंगरगढ़ बमलाई के…….